नंदप्रयाग (चमोली), 04मई 2025 : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को पावन अलकनंदा और नंदाकिनी के संगम स्थल नंदप्रयाग में आयोजित रामकथा में श्रद्धापूर्वक सहभागिता की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर को “सौभाग्यपूर्ण” बताते हुए कहा कि उन्हें संतों की वाणी और मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की जीवनगाथा का साक्षी बनने का परम अवसर प्राप्त हुआ।
मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि “रामकथा आत्मिक चेतना को जागृत करने का एक प्रभावशाली माध्यम है। यह हमारे जीवन में धर्म, करुणा, सत्य, सेवा और भक्ति जैसे मूल्यों को आत्मसात करने की प्रेरणा देती है।” उन्होंने कहा कि “श्रीराम के जीवन आदर्शों से हमें यह सीख मिलती है कि किस प्रकार मर्यादा और सेवा भाव से जीवन को सफल बनाया जा सकता है।”

उन्होंने प्रसिद्ध संत मोरारी बापू की कथा वाणी की सराहना करते हुए कहा कि उनकी अमृतवाणी से हमें जीवन को ‘राममय’ बनाने की प्रेरणा मिलती है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत में हमारी सनातन संस्कृति को एक नई वैश्विक पहचान मिली है। विश्वनाथ कॉरीडोर, महाकाल लोक, और अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण इसी दिशा में ऐतिहासिक कदम हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि उत्तराखंड सरकार भी प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में न केवल राज्य के समग्र विकास हेतु कार्य कर रही है, बल्कि सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण और संवर्धन को भी प्राथमिकता दे रही है।

रामकथा में भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे और पूरे वातावरण में भक्ति और श्रद्धा का संचार बना रहा।